श्रीकृष्ण जी की कितनी पत्नियाँ थीं?

bhagwan shri krishna ji ki kitni patniya thi

श्रीकृष्ण, जो कि विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं, केवल एक ऐतिहासिक या पौराणिक पात्र नहीं हैं, बल्कि वे जीवन के हर क्षेत्र में एक आदर्श के रूप में प्रतिष्ठित हैं। उनका जीवन कर्म, धर्म, भक्ति, प्रेम और करुणा का एक अनुपम संगम है। श्रीकृष्ण की लीलाएँ चाहे बाल्यकाल की हों, गीता का उपदेश … Read more

मुझे भगवान श्री हरि विष्णु के साक्षात दर्शन हो सकते  हैं,  नारायण नारायण नाम जप से! (Ekantik Vartalaap)

mujhe bhagawan shree hari vishnu ke saakshaat darshan ho sakate h

पूज्य महाराज जी का कहना है, कि जैसे बीमारी में केवल दवा से ही काम नहीं चलता, परहेज भी जरूरी होता है। वैसे ही भगवान के नाम का जाप (नारायण नारायण) करते समय यह आवश्यक है कि हम अपनी इच्छाओं पर संयम रखें। जब मन संतुष्ट, शांत और द्वेष रहित होता है, तभी भगवान नाम … Read more

क्या मुसीबत में भगवान से सहायता मांगना सही है?

bhagawan se sahayata maangani chahie, musibat or chunautiya aane par

जब जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, तो मन सबसे पहले किसी सहारे की तलाश करता है। कोई अपने मित्रों की ओर देखता है, कोई रिश्तेदारों की ओर, और कुछ लोग भगवान की शरण में चले जाते हैं। लेकिन क्या सच में भगवान से संकट में सहायता मांगना उचित है?  भगवान और हमारा संबंध भगवान हमारे … Read more

मन अशांत रहता है, कोई भी कार्य ध्यान लगाकर नहीं कर पाता!

man ashaant rahata hai

मेरा मन अशांत रहता है, इसलिए मैं कोई भी काम लगातार और पूरे मन से नहीं कर पाता। ध्यान जल्दी भटक जाता है और अधूरापन महसूस होता है। यह स्थिति मुझे थका देती है और आत्मविश्वास भी कम हो जाता है। मन को शांत करने के लिए सुबह जल्दी उठकर ध्यान, प्राणायाम और भजन करना … Read more

घर-गृहस्थी छोड़कर सन्यास लेने का मन हो रहा है, तो क्या किया जाए?

Sannyasa marg

क्या सत्संग सुनने के बाद आपके मन में भी घर-गृहस्थी छोड़कर सन्यास लेने और, वैरागी जीवन जीने का मन करता है? लेकिन फिर परिवार की ज़िम्मेदारियों का ख्याल आने लगता है? अगर मन अशांत है, तो जगह बदलने से शांति नहीं मिलेगी। सन्यास का मतलब सिर्फ वस्त्र बदलना नहीं होता, बल्कि मन की इच्छाओं, लालसाओं … Read more

क्या भगवान की कृपा होने पर वे सबसे दूर कर देते हैं, ऐसे में तो अकेलापन हो जाएगा (Ekantik Vartalaap)?

Ekantik Vartalaap

महाराज जी कहते हैं, “तुम अकेलेपन की बात करते हो, लेकिन सोचो क्या तुम कभी सच में अकेले रहे हो? क्या भगवान कभी तुमसे दूर हुए हैं? ये तो बस तुम्हारी कल्पना है। बचपन से लेकर अब तक, क्या कोई ऐसा पल आया जब तुम वास्तव में अकेले थे? नहीं, हमारे साथ तो सदा हमारे … Read more

श्री प्रियाजू और श्री लालजू की नामावली: भक्ति, प्रेम और नित्य कृपा का आधार

श्री प्रियाजू की नामावली

सनातन धर्म और विशेषकर वैष्णव भक्ति परंपरा में, भगवान के नाम-जप को मोक्ष और भगवत्कृपा प्राप्ति का सरलतम साधन माना गया है। ब्रज और राधावल्लभ संप्रदाय में, श्री राधा रानी (जिन्हें ‘श्री प्रियाजू’ या ‘लाड़िली जू’ कहा जाता है) और उनके प्रियतम श्री कृष्ण (‘श्री लालजू’ या ‘मोहन जू’) के नाम का स्मरण जीवन का … Read more

श्री राधा जी के 28 नाम कोन-कोन से है (Radha ji ke 28 Naam)

राधा जी के 28 नाम

श्री राधा जी की भक्ति भारतीय संस्कृति और वैष्णव परंपरा में सर्वोपरि स्थान रखती है। पूज्य Premanand Maharaj Ji, जिनका जीवन पूर्णतः राधा-कृष्ण भक्ति और सेवा में समर्पित है, हमेशा यही सिखाते हैं कि श्री राधा जी की उपासना से ही जीवन का वास्तविक उद्देश्य प्राप्त होता है। उनका कहना है कि भक्ति केवल पूजा-पाठ … Read more